मीनोपॉस के प्रभावों से निपटने के लिए ज़रूरी हैं मीनोपॉस सप्लीमेंट

मीनोपॉस के प्रभावों से निपटने के लिए ज़रूरी हैं मीनोपॉस सप्लीमेंट

मीनोपॉस के दौरान संतुलित खान -पान को ध्यान में रखते हुए भारतीय बाजार में उतरा गया अपनी तरह का पहला न्यूट्रासुटिकल प्रोडक्ट - फ्री लेडी –रीगेन

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क्या है मीनोपॉस ? क्या है फ्री लेडी –रीगेन ?
Photo Courtesy : twitter/FreeladyRegane

क्या है मीनोपॉस ?

हर महिला के जीवन की दूसरा फेज होता है इस समय अंडाशय (ओवरीज़) काम करना बंद कर देते हैं। इसे एक आसान भाषा में समझा जाए तो महिलाओं के शरीर में एक उम्र के बाद एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की कमी से हो जाती है और इसकी कमी से शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते है इनमे है हड्डियों का कमजोर होना ,याददाश्त में कमी ,यूरीन और दिल सम्बन्धी बीमारिया और थकान और चिडचिडापन देखने को मिल सकता है। मीनोपॉस की वजह से मासिक धर्म का चक्र रुक जाता है। महिलाओं में जब लगातार 1 साल तक पीरियड होना बंद हो जाए, तो उसे मीनोपॉस कहते हैं

ऐसे में मीनोपॉस से गुजर रही महिलाओं को इस दौरान या इसके बाद कई लक्षणो का सामना करना पड़ सकता है। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन इन दोनों हॉर्मोन्स की कमी से महिलाओं के स्वस्थ में गिरावट आ सकती है।

क्या है फ्री लेडी –रीगेन ?
मीनोपॉस के दौरान संतुलित खान -पान को ध्यान में रखते हुए भारतीय बाजार में उतरा गया अपनी तरह का पहला न्यूट्रासुटिकल प्रोडक्ट है। नेचुरल इंग्रेडिएंट्स से बना ये सप्लीमेंट महिलाओं को वो सभी न्यूट्रिएंट्स देगा जो मीनोपॉस के दौरान होने वाले प्रभावों और बदलावों से निपटने के लिए ज़रूरी हैं।

फ्री लेडी –रीगेन। ये सप्लीमेंट खासतौर से मीनोपॉसल के दौर से गुजर रही महिलाओं के लिए है। फ्री लेडी –रीगेन लेने वाली महिलाओं को अलग से एक्स्ट्रा केल्शियम लेने की भी ज़रूरत नहीं है। जो अक्सर 40 साल से अधिक उम्र वाली महिलाओं को लेना पड़ता है। फ्री लेडी –रीगेन का मैन इंग्रेडिएंट आईसोफ्लैवोन है जो सोयाबीन से बनाया गया फायटोएस्ट्रोजन है।