अमृता गांगुली साइकोलॉजी में एम एस सी कर चुकी है। अमृता मुंबई से हैं और एक जानी मानी ऑकल्ट साइंस एडुकेटर हैं। बहुत ही कम उम्र में अमृता गांगुली ने इस फील्ड में एक अलग मुकाम हांसिल कर लिया है। अमृता एक बहुत ही सोशली कॉंफिडेंट इंसान हैं।
अमृता कॉलेज टाइम से ऑकल्ट साइंस एजुकेशन की तरफ अट्रेक्ट होने लगी पर एक दिन, वो एक ऑकल्ट साइंस एडुकेटर बनेगी ये उन्होंने कभी नहीं सोचा था। महज़ 17 साल की उम्र में अमृता ने ऑकल्ट साइंस में भी प्रेक्टिस शुरू कर दी थी। अमृता एक साइकोथेरेपिस्ट, काउंसलर और ट्रेनर भी हैं।
अपने पिता और भाई को एक एक्सीडेंट में खो चुकी अमृता गांगुली अपनी माँ के साथ मुंबई में रहती है। पिता और भाई को अचानक खोना और वो एक्सीडेंट क्यों हुआ ? अमृता को अपने इन सभी सवालों का जवाब चाहिए था। यही वो पल था जब अमृता ने फैसला किया ऑकल्ट साइंस का हिस्सा बनने का।
अमृता को आज ऑकल्ट साइंस से जुड़े 12 साल हो चुके हैं। कैंडल मजिक, एंजेल और टैरो रीडिंग, क्रिस्टल बॉल गेजिंग, टी लीफ रीडिंग, सेवन चक्रा हीलिंग, ऑरा क्लींजिंग, पेंडुलम डाउसिंग और साइकोलॉजिकल काउंसलिंग में बेहतरीन एक्सपीरियंस है।
लोगो से मिलना, उनकी प्रॉब्लम्स को सुनकर उनकी मदद करना, उन्हें सलूशन यानि उपाय बताना किसी की ख़ुशी का कारण बनाना, इससे बढ़िया क्या हो सकता है। आज अमृता न सिर्फ हीलिंग के ज़रिये लोगो को उनकी ज़िंदगी में आने वाली परेशानियों से ओवरकम (पर काबू पाने) करने में मदद करती हैं। साथ ही अलग अलग शहरों में जाकर वर्कशॉप भी करती हैं। ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस साइंस को सीखें और एक दूसरे की मदद कर सकें।