Ashu Das
3 दिसंबर को मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह और हर्ष लिम्बाचिया की शादी हो गई है। लेकिन क्या आपको इस बात का जरा सा भी अंदाजा है कि सबको हंसाने वाली भारती ने अपने जीवन में किन किन परिस्थितियों का सामना किया है।
एक समय था, जब अपने वजन को लेकर खुद को और भगवान को कोसती थीं और रात-रातभर रोया करती थीं। जन्म के समय भारती का वजन 5 किलो के आसपास था, जिसे असामान्य कहा जाता है। स्कूल के दिनों में भी उनके मोटापे के कारण उन्हें ‘मोटी’ और ‘हाथी का बच्चा’ कहकर उनके क्लास के बच्चे चिढ़ाया करते थे।
स्कूल ही नहीं कॉलेज के दिनों में भी लोग उनके मोटापे का मजाक उड़ाते थे जिसके बाद वे घंटो गार्डन में बैठकर रोती थी। इस सभी परिस्तिथियों से गुजरने के बाद भारती ने अाखिरकार अपने मोटापे को ही खुशकिस्मती समझी और कॉमेडी के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। भारती खुद ये बात बोलती हैं कि, ‘मेरा मोटापा ही मेरे लिए सबसे बड़ा वरदान साबित हुआ’।
भारती एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखती हैं। जब भारती 2 साल की थी तब उनके पिता उन्हें और उनके परिवार को छोड़कर चले गए थे। भारती का पूरी बचपन गरीबी में ही बीता है। वे उस दौर से गुजर चुकी हैं जब उन्होंने आधा पेट खाना खाकर भी रात गुजारी है। कॉलेज के दिनों में आर्थिक तंगी होने के कारण कई बार उनके पास कॉलेज की फीस भरने के पैसे भी नहीं होते थे।
हांलाकि उन्हें पंजाब के लिए पिस्टल शूटिंग खेल में मेडल स्कॉलरशिप मिलती थी जिससे वे अपने पढ़ाई का खर्च उठाती थीं। भारती पिस्टल शूटिंग में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। शुरू में वे राइफल शूटर बनना चाहती थी। उन्होंने कॉलेज के दिनों में नेशनल और स्टेट लेवल के कॉम्पिटीशन में पंजाब को रिप्रेजेंट भी किया है। लेकिन उन्हें शूटिंग को बीच में ही छोड़ना पड़ा क्योंकि उनकी फैमिली उनकी ट्रेनिंग का खर्च नहीं उठा सकती थी। भारती ने पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री में एमए किया है।”