दीपिका कपूर दिल्ली एनसीआर की एक प्रतिष्ठित टैरो रीडर, न्यूमरोलॉजिस्ट, क्रिस्टल हीलर के अलावा, एक आशावादी प्रतिष्ठित कॉउंसलर भी हैं। दीपिका कपूर को ये नाम और फेम उनके काम, मेहनत, सटीक भविष्यवाणी और उनके बहुत ही सौम्य स्वाभाव के कारण मिला है। फैशन वर्ल्ड में प्रोफ़ेशनल कोर्स करने वाली दीपिका कपूर का टैरो और न्यूमरोलॉजी की इस दुनिया से जुड़ना एक बहुत ही दिलचस्प कहानी बयां करता है।
“किसी काम को शुरू करने की कोई उम्र नहीं होती, अगर आप अपने हुनर को पहचानेंगे, खुद पर विश्वास करेंगे तो दुनिया भी आपका विश्वास करेगी ” ये सिर्फ चंद शब्द नहीं है बल्कि दीपिका कपूर की ज़िंदगी से जुड़ा एक बहुत ही अहम् हिस्सा भी है। यही वो सोच थी जिसपर अमल करते हुए शादी के कई साल बाद दीपिका कपूर टैरो और न्यूमरोलॉजी से जुड़े इस जगत में शामिल हुईं।
दीपिका कपूर ने दिल्ली स्कूल ऑफ़ ऑकल्ट साइंस से प्रोफ़ेशनल कोर्स किया। और घर और परिवार के लिए प्रिडिक्शन शुरू किये जो सटीक निकलने लगे। इसके बाद क्या था परिवार, दोस्त और रिश्तेदार उनकी प्रिडिक्शन के मुरीद हो गए। जिसके बाद उनकी बेटी के कहने और स्पोर्ट से उन्होंने इस विद्या के ज़रिये लोगों को भविष्य के लिए सलाह देना शुरू का दिया।
इसमें कोई दो राय नहीं है की खुद दीपिका कपूर का ऑरा बहुत स्ट्रांग हैं यही वजह है की उनकी प्रिडिक्शन भी बहुत सटीक होती हैं।
आज दीपिका कपूर एक 5 साल के बच्चे से लेकर उम्रदराज़ लोगों के लिए पॉजिटिव काउंसलिंग करती है। फिर चाहे वो काउंसलिंग उनके करिअर से जुडी हो या जीवन से जुड़े खूबसूरत रिश्तों से। मिस दीपिका का मानना है की न्यूमरोलॉजी कैल्कुलेशन ज़िंदगी को एक नई दिशा देने में बहुत मददगार है। स्पार्क सबके पास होता है। अगर आपका कैल्कुलेशन स्ट्रांग है तो न्यूमरोलॉजी में आपका विकास कोई नहीं रोक सकता है।